सामग्री पर जाएँ

हज

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
2008 के हज के दौरान मस्जिद अल-हरम की तीर्थयात्रा

हज (अरबी : حج हज " तीर्थयात्रा"), एक इस्लामी तीर्थयात्रा और मुस्लिम लोगों का पवित्र शहर मक्का में प्रतिवर्ष होने वाला विश्व का सबसे बड़ा जमावड़ा है (विश्व का सबसे बड़ा जमावड़ा महाकुम्भ होता है)।[1][2] यह इस्लाम के पांच मूल स्तंभ में से एक है, साथ ही यह एक धार्मिक कर्तव्य है जिसे अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार पूरा करना हर उस मुस्लिम चाहे स्त्री हो या पुरुष का कर्तव्य है जो सक्षम शरीर होने के साथ साथ इसका खर्च भी उठा पाने में समर्थ हो।[3] शारीरिक और आर्थिक रूप से हज करने में सक्षम होने की स्थिति को इस्ति'ताह कहा जाता है और वो मुस्लिम है जो इस शर्त को पूरा करता है मुस्ताती कहलाता है। हज मुस्लिम लोगों की एकजुटता का प्रदर्शन होने के साथ साथ उनका अल्लाह (ईश्वर) में विश्वास होने का भी द्योतक है।[4]

यह तीर्थयात्रा इस्लामी कैलेंडर के 12 वें और अंतिम महीने ज़ु अल-हज्जा की 8 वीं से 12 वीं तारीख तक की जाती है। इस्लामी कैलेंडर एक चंद्र कैलेंडर है इसलिए इसमें, पश्चिमी देशों में प्रयोग में आने वाले ग्रेगोरियन कैलेंडर से ग्यारह दिन कम होते हैं, इसीलिए ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार हज की तारीखें साल दर साल बदलती रहती हैं। वो विशेष आध्यात्मिक स्थिति है जिसमें मुसलमान हज को दौरान रहते हैं।

7 वीं शताब्दी से हज इस्लामी पैगंबर मुहम्मद के जीवन के साथ जुड़ा हुआ है,[5] लेकिन मुसलमान मानते हैं कि मक्का की तीर्थयात्रा की यह रस्म हजारों सालों से यानि कि इब्राहीम के समय से चली आ रही है। तीर्थयात्री उन लाखों लोगों के जुलूस में शामिल होते हैं जो एक साथ हज के सप्ताह में मक्का में जमा होते हैं और यहं पर कई अनुष्ठानों में हिस्सा लेते हैं: प्रत्येक व्यक्ति एक घनाकार इमारत काबा के चारों ओर वामावर्त सात बार चलता है जो कि मुस्लिमों के लिए प्रार्थना की दिशा है, सफ़ा और मरवा नामक पहाड़ियों के बीच आगे और पीछे चलता है, ज़मज़म के कुएं से पानी पीता है, चौकसी में खड़ा होने के लिए माउंट अराफात के मैदानों में जाता है और एक शैतान को पत्थर मारने की रस्म पूरा करने के लिए पत्थर फेंकता है। उसके बाद तीर्थयात्री अपने सर मुंडवाते हैं, पशु बलि की रस्म करते हैं और इसके बाद ईद अल-अज़हा नामक तीन दिवसीय वैश्विक उत्सव मनाते हैं।[6][7]

शब्द-साधन

[संपादित करें]

अरबी में (शब्द: حج ḥajj हिब्रू के: חג ḥag [χaɡ]) समान है , जिसका अर्थ है "त्योहार", त्रिअक्षरीय सेमेटिक मूल ح-ج-ج से। इस शब्द का उपयोग उन तीन तीर्थ त्योहारों को संदर्भित करने के लिए किया गया था जो यहूदी हर साल यरूशलेम में मंदिर में करते थे।[8] इसी तरह, इस्लाम में अरबी: حج‎ हज्ज का तात्पर्य तीर्थयात्रा से जुड़े विभिन्न अनुष्ठानों को करने के लिए मक्का की यात्रा करने से है।

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  1. "Hajj pilgrimage 2011: by numbers". Archived from the original on 11 अक्तूबर 2014. Retrieved 6 अक्तूबर 2013. {{cite web}}: Check date values in: |access-date= and |archive-date= (help)
  2. "Hajj 2012: Muslims Embark On Pilgrimage To Mecca". Archived from the original on 25 अक्तूबर 2013. Retrieved 6 अक्तूबर 2013. {{cite web}}: Check date values in: |access-date= and |archive-date= (help)
  3. Berkley Center for Religion, Peace, and World Affairs - Islam Archived 2011-10-02 at the वेबैक मशीन See drop-down essay on "Islamic Practices"
  4. Dalia Salah-El-Deen, Significance of Pilgrimage (Hajj) Archived 2009-06-06 at the वेबैक मशीन
  5. "हज से पहले काबा में होती थी कई ईश्वरों की पूजा". Archived from the original on 19 अगस्त 2018. Retrieved 19 अगस्त 2018.
  6. Karen Armstrong (2000,2002). Islam: A Short History. pp. 10–12. ISBN 0-8129-6618-X. {{cite book}}: Check date values in: |date= (help)
  7. "BBC - Religion & Ethics - Eid el Adha". Archived from the original on 14 अप्रैल 2013. Retrieved दिसम्बर 2007, December 30, 2012. {{cite web}}: Check date values in: |accessdate= (help)
  8. Moše Flôrenṭîn (2005). Late Samaritan Hebrew: A Linguistic Analysis of Its Different Types. BRILL. p. 138. ISBN 978-90-04-13841-4. Archived from the original on 2 January 2022. Retrieved 19 October 2020.